Mustard price today 100 रुपए तक सस्ती हुई सरसों, देखें आपकी नजदीकी मंडी में क्या है ताजा रेट
Mustard price today इसी तरह भरतपुर मंडी में ₹6082 और अलवर मंडी में ₹6100 के भाव देखने को मिले। यह गिरावट सरसों की अधिक आवक और बाजार में मांग की कमी के कारण हुई है।
Mustard price today आज के ताजा सरसों के मंडी भाव में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। जयपुर मंडी में सरसों का भाव ₹6500 प्रति क्विंटल पर आ गया, जो ₹50 की गिरावट दर्शाता है। इसी तरह भरतपुर मंडी में ₹6082 और अलवर मंडी में ₹6100 के भाव देखने को मिले। यह गिरावट सरसों की अधिक आवक और बाजार में मांग की कमी के कारण हुई है।
सरसों के रेट में गिरावट क्यों?
मौसम में बदलाव और फसलों की अच्छी पैदावार ने सरसों की आवक बढ़ा दी है। आज कुल 2 लाख बोरी सरसों की आवक दर्ज की गई, जिसमें राजस्थान से 80,000 बोरी, मध्य प्रदेश से 25,000 बोरी, उत्तर प्रदेश से 35,000 बोरी और हरियाणा-पंजाब से 5,000 बोरी शामिल हैं। इस वजह से कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है।
प्रमुख मंडियों के ताजा भाव
जयपुर मंडी: सरसों ₹6500 प्रति क्विंटल, मंदी ₹50
भरतपुर मंडी: सरसों ₹6082 प्रति क्विंटल, मंदी ₹93
अलवर मंडी: सरसों ₹6100 प्रति क्विंटल
मुरैना मंडी: सरसों ₹5850 प्रति क्विंटल
ग्वालियर मंडी: सरसों ₹6100 प्रति क्विंटल
दिल्ली मंडी में सरसों के रेट
दिल्ली में सरसों का भाव ₹6400/6450 तक पहुंचा। यहां 42% कंडीशन सरसों की अच्छी मांग बनी हुई है। हालांकि, तेल के दामों में भी हल्की गिरावट देखने को मिली।
तेल और खल के रेट
जयपुर में कच्ची घानी तेल का भाव ₹1341 और एक्सपेलर तेल का भाव ₹1331 प्रति 10 किलो पर स्थिर रहा। वहीं, दिल्ली में सरसों खल ₹2310 प्रति क्विंटल पर बिका।
अडानी और अन्य प्लांट रेट
अडानी बूंदी में सरसों का भाव ₹6425 और अडानी अलवर में ₹6375 दर्ज किया गया। वहीं, सलोनी प्लांट आगरा में ₹7225 तक सरसों के दाम पहुंचे।
किसानों और व्यापारियों पर असर
इस गिरावट से किसानों को मुनाफे में कमी का सामना करना पड़ सकता है, जबकि व्यापारी खरीदारी के लिए अनुकूल मौके देख रहे हैं। हालांकि, तेल की कीमतों में स्थिरता ने उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत दी है।
सरसों की आवक और उत्पादन पर नजर
राजस्थान की मंडियों में आज सबसे ज्यादा आवक देखी गई। बढ़ती आवक के चलते दामों में गिरावट का रुख बना हुआ है। विशेषज्ञों का मानना है कि फरवरी-मार्च में सरसों के दामों में स्थिरता आ सकती है।
सरसों तेल का बाजार पर प्रभाव
घरेलू बाजार में सरसों तेल की मांग स्थिर बनी हुई है। जयपुर और दिल्ली जैसे बड़े शहरों में तेल की कीमतों में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है।
आगे की संभावनाएं
आने वाले दिनों में सरसों की आवक और मांग के बीच संतुलन पर दाम निर्भर करेंगे। विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि किसान भंडारण के जरिए मुनाफा बढ़ा सकते हैं।
सरसों बाजार पर विशेषज्ञों की राय
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि गिरावट का यह दौर अस्थायी है। जैसे ही मौसम में सुधार होगा और सरसों तेल की मांग बढ़ेगी, दामों में उछाल देखने को मिलेगा।
आज के ताजा सरसों के भाव ने किसानों और व्यापारियों को मिलाजुला अनुभव दिया। जहां दामों में गिरावट से किसान चिंतित हैं, वहीं व्यापारियों को बेहतर खरीदारी का मौका मिल रहा है।